अभी भी सीख रहा हुं मै
लोगो अक्सर मुझे बना जाते है
हर बार कुछ नया सबक दिखा जाते है
अभी भी सीख रहा हुं मै
विस्वास हर बार छला जाता है
गलती उनकी नही सिर्फ मेरी है
अभी परिपक्व नहीं हूं
जो हर बार इसी रास्ते चला आता हूं
अभी भी सीख रहा हुं मै
अब छोभ भी नही होता
पहले होता था, अब क्रोध भी नहीं होता
अब ठगे जाने में भी आनंद ढूंढ लिया है मैने
अभी भी सीख रहा हुं मै
इस खेल में हार जीत नही मायने रखती
बस अच्छा खेलना होता है।
हार ठगने की है ठगा जाने वाला ही
असली विजेता होता है
ऐसा मुझे लगता है पर
अभी भी सीख रहा हुं मैं ।