अब लौट जाना चाहते है तेरे रास्ते से
ये आखिरी मुलाक़ात हो तो अच्छा है।
अब कोई शिकवा नहीं कोई शिकायत नहीं
ये आखिरी बात हो तो अच्छा हो।
कब तक बेगैरत की तरह हमे मजबूर करोगे आप ?
कब तक अपराधी दिखा मशहूर करोगे आप ?
जा मिलो उससे, जो आपसा ही सच्चा हो
ये आखिरी मुलाकात हो तो अच्छा हो
ये आखिरी बात हो तो अच्छा हो।
कुछ दर्द दिल में, जज्ब करना ही बेहतर
कुछ अश्रु दिलमें, अब्र करना ही बेहतर
कुछ ज़ख्म दिखते है तो, हो जाते है बदतर
करके सारे गुनाह, वो दिखाते है खुद को मानो बच्चा हो
ये आखिरी मुलाकात हो तो अच्छा हो
ये आखिरी बात हो तो अच्छा हो।
हमने भी खुद को अब सम्हाल रखा है
जेहन में अपने सारे सवाल रक्खा है।
रुखसत हो जाओ अब सीने से दिल भी निकाल रक्खा है।
ये आखिरी मुलाकात हो तो अच्छा हो
ये आखिरी बात हो तो अच्छा हो।