बातें है बस
सारी कहने की बातें है l
खाली कहने तक रहती है l
जब हकीक़त में खुद पर पड़ती है l
आयाम बदल जाते है l
दुनिया में सारे अपने हैं l
अपनों की सारी दुनिया है l
जब वक़्त बुरा हो जाता है l
भगवान बदल जाते है l
लोगो को रोते देखा है l
रातों को सिसकते ऑंगन में
जब सब अच्छा होने लगता है
जाने क्यों हालत बदल जाते है l
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