गैरो को तो छोडो खुद से तो ईमानदार रहो
बेईमान होना आसान है पर पर खुद से तो ऐसा न करो
सामर्थ्य है, तो सहयोगी बनो
असमर्थता पर भी चुप न रहो
कीमत यहाँ तुम्हारी है ,और तुम्हारे अस्तित्व की है
कुछ अच्छा करो और अपनी नज़र में मूलयवान बनो
हमने ये जीवन यूँ ही तो पाया नहीं
अभी है बहोत वक्त सबकुछ तो गवांया नहीं.
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